गुर्जर प्रतिहार वंश
हर्षवर्धन की मृत्यु के पश्चात् से लेकर बारहवीं शताब्दी ईस्वी तक का काल उत्तर भारत के इतिहास में सामान्यतः ‘राजपूत-काल’ के नाम से जाना जाता है। सातवी-आठवीं शती से हमें राजपूतों का उदय दिखाई देने लगता है तथा वारहवीं शती तक आते-आते उत्तर भारत में उनके 36 कुल अत्यन्त प्रसिद्ध हो जाते हैं। राजपूत बड़े […]
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