आमिर खान : संवेदनशील और अध्ययनशील नायक

मनोरंजन

आमिर खान: (14 मार्च 1965)

भारतीय सिनेमा जगत के प्रसिद्ध अभिनेता। शाहरुख खान और सलमान खान के साथ, आमिर खान को बॉलीवुड के तीन सबसे प्रभावशाली खान में से एक माना जाता है। उनका जन्म मुंबई में हुआ। पूरा नाम मोहम्मद आमिर हुसैन खान। उनकी मां का नाम जीनत हुसैन और पिता का नाम ताहिर हुसैन है। उनके चाचा नासिर हुसैन और पिता ताहिर हुसैन से उन्हें फिल्मों का ज्ञान मिला। नासिर हुसैन की फिल्म ‘यादों की बारात’ (1973) में आमिर खान ने नायक के बचपन की छोटी भूमिका निभाई थी।

16 साल की उम्र में, उन्होंने अपने स्कूल के दोस्त आदित्य भट्टाचार्य द्वारा निर्देशित 40 मिनट की प्रायोगिक फिल्म ‘पैरानोइआ’ के निर्माण में भाग लिया। इस फिल्म में उन्होंने नीना गुप्ता और विक्टर बैनर्जी के साथ मुख्य भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने इस क्षेत्र में काम करने का निर्णय लिया। उन्होंने ‘अवांतर’ नामक थिएटर समूह के साथ जुड़कर एक गुजराती नाटक में छोटी भूमिका निभाई। कॉलेज की शिक्षा लेने के बजाय, उन्होंने अपने चाचा के साथ सहायक निर्देशक के रूप में काम करना शुरू किया। उन्होंने पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) के छात्रों द्वारा निर्मित कई डॉक्यूमेंट्री में भूमिकाएँ निभाईं। निर्देशक केतन मेहता ने उनकी भूमिकाओं को देखकर उन्हें ‘होली’ (1983) में भूमिका दी। यह फिल्म प्रसिद्ध नाटककार महेश एलकुंचवार के नाटक ‘होली’ पर आधारित थी।

नायक के रूप में पदार्पण: उनके चाचा नासिर हुसैन द्वारा निर्मित और चचेरे भाई मंसूर खान द्वारा निर्देशित ‘कयामत से कयामत तक’ (1988) में आमिर खान को नायक के रूप में पहली बार भूमिका मिली। इसमें जूही चावला उनकी नायिका थीं। यह फिल्म अत्यंत सफल रही और हिंदी सिनेमा को एक नया नायक मिला। हालांकि, इस फिल्म के बाद आमिर खान की अन्य फिल्में सफल नहीं हो पाईं, जिनमें आदित्य भट्टाचार्य द्वारा निर्देशित ‘राख’ भी शामिल थी। यह फिल्म एक युवक की कहानी थी जो अपनी पूर्व प्रेमिका पर हुए बलात्कार का बदला लेता है। भले ही यह फिल्म दर्शकों को पसंद नहीं आई, लेकिन इसने आमिर खान को राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया।

कई असफल फिल्मों के बाद, निर्देशक इंद्र कुमार की ‘दिल’ के कारण आमिर खान को व्यावसायिक स्तर पर फिर से सफलता मिली। इसमें माधुरी दीक्षित उनकी नायिका थीं। इसके बाद महेश भट्ट द्वारा निर्देशित ‘दिल है कि मानता नहीं’, जो ‘इट हैपन्ड वन नाइट’ पर आधारित थी, भी सफल रही।

फिल्म निर्माण की शुरुआत: 1995 के बाद, आमिर खान ने अपनी फिल्मों की संख्या कम करनी शुरू कर दी। 1996 में, करिश्मा कपूर के साथ ‘राजा हिंदुस्तानी’ एकमात्र फिल्म रिलीज़ हुई और वह सफल भी रही। 1998 में विक्रम भट्ट द्वारा निर्देशित ‘गुलाम’ (जिसमें उन्होंने पार्श्वगायन भी किया) या दीपा मेहता निर्देशित ‘अर्थ’ और 1999 में जॉन मैथ्यू मथन निर्देशित ‘सरफरोश’ जैसी फिल्में बड़ी सफलता नहीं मिलीं, लेकिन समीक्षकों ने इन फिल्मों की बहुत प्रशंसा की।

निर्माता के रूप में: 2001 में, आशुतोष गोवारीकर निर्देशित ‘लगान’ के साथ आमिर खान निर्माता बने। इस फिल्म ने व्यावसायिक दृष्टि से सफलता पाई और ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म के लिए नामांकन भी मिला। इसके बाद वर्ष के अंत में आई फरहान अख्तर निर्देशित ‘दिल चाहता है’ ने युवा दर्शकों को आकर्षित किया। आमिर खान, सैफ अली खान, अक्षय खन्ना, प्रीति जिंटा की भूमिकाओं वाली यह फिल्म एक मील का पत्थर मानी जाती है। लेकिन 2002 में पत्नी रीना दत्ता से अलग होने के बाद, आमिर खान ने कुछ समय के लिए फिल्में नहीं की। 2005 में उन्होंने किरण राव से विवाह किया। किरण राव एक उत्कृष्ट फिल्म निर्देशक हैं।

निर्देशक के रूप में पदार्पण: 2007 में आमिर खान निर्मित ‘तारे जमीं पर’ के मूल निर्देशक अमोल गुप्ते के साथ मतभेद के कारण, आमिर खान ने स्वयं इस फिल्म का निर्देशन किया। 2016 में निर्देशक नितेश तिवारी की ‘दंगल’ ने सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और विश्वभर में 700 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की। इस फिल्म में दो बेटियों के पिता के रूप में दिखने के लिए आमिर खान ने अपना वजन बढ़ाया था। 2017 में उनकी फिल्म ‘सीक्रिट सुपरस्टार’ रिलीज़ हुई।

आमिर खान को ‘कयामत से कयामत तक’, ‘राख’, ‘लगान’, ‘मॅडनेस इन द डेजर्ट’ और ‘तारे जमीं पर’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिले। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री (2003) और पद्मभूषण (2010) से सम्मानित किया है।

आमिर खान के प्रमुख चित्रपट

1. होली (1984): आमिर खान की अभिनय यात्रा की शुरुआत केतन मेहता द्वारा निर्देशित इस फिल्म से हुई।

2. कयामत से कयामत तक (1988): मंसूर खान द्वारा निर्देशित यह फिल्म आमिर के करियर का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और उन्होंने इस फिल्म में नायक की भूमिका निभाई।

3. राख (1989): आदित्य भट्टाचार्य द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक गंभीर भूमिका निभाई और उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला।

4. दिल (1990): इंद्रकुमार निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान और माधुरी दीक्षित की जोड़ी ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

5. दिल है के मानता नहीं (1991): महेश भट्ट द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक रोमांटिक नायक की भूमिका निभाई।

6. जो जीता वही सिकंदर (1992): मंसूर खान द्वारा निर्देशित यह फिल्म आज भी क्लासिक मानी जाती है।

7. हम हैं राही प्यार के (1993): महेश भट्ट द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान और जूही चावला की जोड़ी को दर्शकों ने खूब सराहा।

8. अंदाज अपना अपना (1994): राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित इस कॉमेडी फिल्म में आमिर खान और सलमान खान की जोड़ी ने धमाल मचाया।

9. अकेले हम अकेले तुम (1995): मंसूर खान निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान और मनीषा कोइराला की केमिस्ट्री ने दर्शकों को प्रभावित किया।

10. रंगीला (1995): रामगोपाल वर्मा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक सपने देखने वाले युवक की भूमिका निभाई।

11. राजा हिंदुस्तानी (1996): धर्मेश दर्शन द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने आमिर खान को सुपरस्टार बना दिया और करिश्मा कपूर के साथ उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया गया।

12. इश्क (1997): इंद्रकुमार द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान, अजय देवगन, काजोल और जूही चावला की जोड़ी ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई।

13. गुलाम (1998): विक्रम भट्ट निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक गंभीर भूमिका निभाई और पार्श्वगायन भी किया।

14. अर्थ (1998): दीपा मेहता निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक गंभीर और संवेदनशील भूमिका निभाई।

15. सरफरोश (1999): जॉन मैथ्यू मथन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई और इसे समीक्षकों द्वारा खूब सराहा गया।

16. मन (1999): इंद्रकुमार निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान और मनीषा कोइराला की जोड़ी ने दर्शकों का दिल जीता।

17. लगान (2001): आशुतोष गोवारीकर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने नायक और निर्माता दोनों की भूमिका निभाई। इस फिल्म को ऑस्कर में नामांकन मिला।

18. दिल चाहता है (2001): फरहान अख्तर द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा में नए ट्रेंड स्थापित किए और युवाओं में बेहद लोकप्रिय हुई।

19. मॅडनेस इन द डेझर्ट (2004): इस डॉक्यूमेंट्री में आमिर खान की ‘लगान’ फिल्म के निर्माण के पीछे की कहानी दिखाई गई।

20. मंगल पांडे (2005): केतन मेहता निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे की भूमिका निभाई।

21. रंग दे बसंती (2006): राकेश ओमप्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने युवाओं को प्रेरित करने वाली भूमिका निभाई।

22. तारे जमीं पर (2007): इस फिल्म के निर्देशन में आमिर खान ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया और इसे दर्शकों ने खूब सराहा।

23. गजनी (2008): ए. आर. मुरुगदास द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक मजबूत और यादगार भूमिका निभाई।

24. थ्री इडियट्स (2009): राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने शिक्षा प्रणाली पर व्यंग्य किया और आमिर खान की अदाकारी को सराहा गया।

25. धोबी घाट (2011): किरण राव निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक कलाकार की भूमिका निभाई।

26. तलाश (2012): रिमा काग्ती निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई और इसे समीक्षकों ने सराहा।

27. धूम 3 (2013): विजयकृष्ण आचार्य निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक खलनायक की भूमिका निभाई और बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया।

28. पीके (2014): राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक एलियन की भूमिका निभाई और इसे व्यापक सराहना मिली।

29. दंगल (2016): नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने आमिर खान को फिर से सुपरस्टार बना दिया और विश्वभर में 700 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की।

30. सीक्रिट सुपरस्टार (2017): अद्वैत चंदन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ने एक संगीत निर्माता की भूमिका निभाई और इसे दर्शकों ने खूब सराहा।

आमिर खान की इन फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है और उन्हें एक संवेदनशील और अध्ययनशील नायक के रूप में प्रतिष्ठित किया है।

राजनीतिक भूमिका और विवाद: आमिर खान को एक सामाजिक और राजनीतिक भूमिका निभाने वाले कलाकार के रूप में भी जाना जाता है। 2006 में उन्होंने मेधा पाटकर के नर्मदा बचाओ आंदोलन को सार्वजनिक समर्थन दिया और गुजरात में नर्मदा नदी पर बांध की ऊंचाई बढ़ाने के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए, जिसके कारण गुजरात में उनकी फिल्म ‘फना’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई। 2011 में अन्ना हजारे के जनलोकपाल विधेयक के आंदोलन का समर्थन किया।

2016 में देश में असहिष्णुता के माहौल पर टिप्पणी करते हुए, आमिर खान ने कहा कि उनकी पत्नी ने उनसे कहा कि उन्हें यह देश छोड़ देना चाहिए, जिसके बाद उनकी आलोचना हुई। कुछ सरकारी विज्ञापनों का उनका अनुबंध भी नहीं बढ़ाया गया। बाद में उन्होंने अपने बयान का खंडन करते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया था।

आमिर खान बच्चों को उचित पोषण प्राप्त कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के राजदूत थे। मई 2012 में, सत्यजित भटकल निर्देशित उनकी टेलीविजन श्रृंखला ‘सत्यमेव जयते’ एक नया प्रयोग था। इस शो ने मनोरंजन चैनल पर रविवार सुबह एक घंटे के लिए समाज के गंभीर मुद्दों पर चर्चा की और उनके समाधान खोजने का प्रयास किया। इस श्रृंखला की व्यापक सराहना हुई। आमिर खान और उनकी पत्नी किरण राव ने पाणी फाउंडेशन के माध्यम से सामूहिक श्रमदान से महाराष्ट्र में जल संरक्षण के कई काम किए हैं।

आमिर खान को एक संवेदनशील और अध्ययनशील नायक के रूप में जाना जाता है। विभिन्न, विविध और चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं का चयन करते हुए वे व्यावसायिकता और कलात्मकता का सही संतुलन बनाए रखने वाले कलाकार के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुके हैं।

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