एंड्रॉइड/ अँड्रॉइड (Android): एक प्रमुख मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे मुख्य रूप से स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए विकसित किया गया है। मोबाइल परिचालन प्रणाली विशेष रूप से सेलुलर फोन और टैबलेट कंप्यूटर के लिए उपयोग की जाती है। अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी एंड्रॉइड इनकॉर्पोरेटेड द्वारा 2003 से इसे एक परियोजना के रूप में शुरू किया गया। इसे मूल रूप से डिजिटल कैमरों के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में विकसित किया गया था, लेकिन 2004 में इस परियोजना का उद्देश्य बदलकर इसे स्मार्टफोन के लिए बनाया गया। इसके बाद, अमेरिका की सर्च इंजन कंपनी गूगल ने 2005 में एंड्रॉइड इनकॉर्पोरेटेड को खरीद लिया। गूगल में एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करने वाली टीम ने व्यक्तिगत कंप्यूटर के लिए मुक्त स्रोत ऑपरेटिंग सिस्टम लिनक्स के समान एक परियोजना बनाने का निर्णय लिया।
एंड्रॉइड : प्रारंभिक विकास और उद्देश्य
एंड्रॉइड की प्रारंभिक अवधारणा डिजिटल कैमरों के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने की थी, लेकिन 2004 में इसे स्मार्टफोन के लिए परिवर्तित कर दिया गया। गूगल के अधिग्रहण के बाद, एंड्रॉइड का विकास तेजी से हुआ और इसे एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म के रूप में प्रस्तुत किया गया। 5 नवंबर, 2007 को गूगल ने इंटेल कॉर्पोरेशन, मोटोरोला इंक., एनवीआईडीए कॉर्पोरेशन, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स इनकॉर्पोरेटेड, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक., सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, स्प्रिंट नेक्स्टेल कॉर्पोरेशन और टी-मोबाइल (डच टेलीकॉम) जैसी दर्जनभर तकनीकी और मोबाइल टेलीफोन कंपनियों के समूह ओपन हैंडसेट अलायंस की स्थापना की घोषणा की। इस समूह को एंड्रॉइड को तृतीय-पक्ष अनुप्रयोगों को समर्थन देने वाले एक मुक्त स्रोत ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में विकसित और प्रोत्साहित करने के लिए बनाया गया। इसका उद्देश्य तृतीय-पक्ष डेवलपर्स को आकर्षित करना और उन्हें अपने अनुप्रयोग (एप्लिकेशन) बनाने के लिए प्रोत्साहित करना था।
एंड्रॉइड के संस्करण
एंड्रॉइड के विभिन्न संस्करणों ने समय-समय पर नई सुविधाएं और सुधार पेश किए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख संस्करण निम्नलिखित हैं:
एंड्रॉइड 1.0 (2008): पहला वाणिज्यिक संस्करण, जिसे टी-मोबाइल जी1 के साथ लॉन्च किया गया।
एंड्रॉइड 2.2 (फ्रोयो): वाई-फाई हॉटस्पॉट और पिन-लॉक स्क्रीन जैसी सुविधाएं पेश की गईं।
एंड्रॉइड 4.0 (आइस क्रीम सैंडविच): नया यूजर इंटरफेस और बेहतर मल्टीटास्किंग।
एंड्रॉइड 5.0 (लॉलीपॉप): मटीरियल डिजाइन यूजर इंटरफेस और बेहतर बैटरी प्रबंधन।
एंड्रॉइड 10 (क्यू): डार्क मोड और जेस्चर नेविगेशन।
लोकप्रियता और प्रभाव
एंड्रॉइड ने अपनी ओपन सोर्स प्रकृति के कारण त्वरित लोकप्रियता हासिल की। यह विभिन्न उपकरण निर्माताओं द्वारा अपनाया गया, जिससे इसे वैश्विक स्तर पर व्यापक स्वीकृति मिली। 2012 तक, एंड्रॉइड ने एप्पल के आईओएस को पीछे छोड़ते हुए सबसे लोकप्रिय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम बन गया। वर्तमान में, लगभग 75 प्रतिशत स्मार्टफोन एंड्रॉइड पर चलते हैं।
विशेषताएं
एंड्रॉइड आधारित उपकरण वायरलेस नेटवर्क का उपयोग करते हैं ताकि एक-स्पर्श गूगल सर्च, गूगल डॉक (जैसे वर्ड एडिटर, स्प्रेडशीट्स), और गूगल अर्थ (उपग्रह मैपिंग सॉफ्टवेयर) जैसी विशेषताओं का पूरा लाभ उठाया जा सके। एंड्रॉइड की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
कस्टमाइजेशन: उपयोगकर्ता अपने डिवाइस को अपनी पसंद के अनुसार कस्टमाइज कर सकते हैं।
गूगल सेवाएं: एंड्रॉइड डिवाइस गूगल सर्च, गूगल मैप्स, गूगल डॉक्स आदि जैसी गूगल सेवाओं का सहज उपयोग करने में सक्षम होते हैं।
मल्टीटास्किंग: उपयोगकर्ता एक साथ कई ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं।
वायरलेस अपडेट्स: एंड्रॉइड नियमित रूप से ओवर-द-एयर अपडेट्स प्रदान करता है, जिससे डिवाइस हमेशा अद्यतित रहते हैं।
सुरक्षा और गोपनीयता
गूगल एंड्रॉइड में सुरक्षा और गोपनीयता पर विशेष ध्यान देता है। नियमित सुरक्षा पैच और अपडेट्स से डिवाइस को सुरक्षित रखा जाता है। इसके अलावा, उपयोगकर्ता की व्यक्तिगत जानकारी और डेटा की सुरक्षा के लिए कई स्तरों की सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं।एंड्रॉइड ने स्मार्टफोन और टैबलेट की दुनिया में क्रांति ला दी है। इसकी ओपन सोर्स प्रकृति और व्यापक अनुकूलन क्षमताओं ने इसे उपयोगकर्ताओं और डेवलपर्स दोनों के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है।