सांपों के बारे में हमारे समाज में अनेक अंधविश्वास प्रचलित हैं। इन अंधविश्वासों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, लेकिन फिर भी लोग इन्हें मानते हैं। आइए, हम कुछ प्रमुख अंधविश्वासों पर नज़र डालते हैं और जानने की कोशिश करते हैं कि इनमें कितनी सच्चाई है।
1. अगर नर-मादा सांप के जोड़े में से एक को मार दिया जाए तो दूसरा बदला लेता है। यह अंधविश्वास पूरी तरह गलत है। सांपों में बदला लेने की भावना नहीं होती। वे केवल अपने बचाव के लिए हमला करते हैं।
2. साँप को दूध पसंद है। सांप दूध नहीं पीते। वे मांसाहारी होते हैं और उनकी प्राकृतिक आहार में छोटे जीव, पक्षी, और चूहे शामिल हैं।
3. साँप को संगीत पसंद है। यह भी एक मिथक है। सांप बहरापन के कारण संगीत नहीं सुन सकते। वे कंपन के आधार पर चलने वाली वस्तुओं की पहचान करते हैं।
4. साँप के सिर पर मणि या मनका होता है। यह अंधविश्वास भी झूठा है। सांप के सिर पर कोई मणि या मनका नहीं होता।
5. साँप के सिर पर मुर्गे की तरह बाल या कलगी होती है। यह भी गलत धारणा है। सांपों के सिर पर कोई बाल या कलगी नहीं होती।
6. नाग गुप्त धन की रक्षा करते हैं। यह केवल लोककथाओं में सुनने को मिलता है, लेकिन इसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है।
7. वाइपर मनुष्य के सिर पर वार करता है या माथे पर काटता है। वाइपर या कोई भी सांप जानबूझकर माथे पर काटने का लक्ष्य नहीं बनाता। वे बचाव के लिए कहीं भी काट सकते हैं।
8. यदि मांडवल सांप किसी के अंग को चाट ले तो उसे कुष्ठ रोग हो जाता है। यह अंधविश्वास भी गलत है। कुष्ठ रोग का सांपों के संपर्क से कोई संबंध नहीं है।
9. दक्षिण भारत के लोगों का मानना है कि सांप पेड़ से सांप द्वारा काटे गए व्यक्ति का दाह-संस्कार देख रहा होता है। यह भी एक मिथक है। सांपों के पास ऐसी कोई बुद्धि या भावना नहीं होती।
10. यदि किसी व्यक्ति को उसके शरीर पर नुकीले दाँत वाला साँप काट ले तो उस व्यक्ति के शरीर पर दाँत भी निकल आते हैं। यह पूरी तरह से असत्य है। सांप के काटने से ऐसा कुछ नहीं होता।
11. मनयार सांप सोते हुए व्यक्ति की सांस को सोख लेता है। यह भी एक मिथक है। सांप ऐसा कुछ नहीं कर सकते।
12. खाली भूमि से सु. 2 मी. या फिर उससे भी ऊंची छलांग लगा सकते हैं। सांप छलांग नहीं लगाते। वे सरककर ही चलते हैं।
13. नागिन का धामनी के साथ समागम होता है। यह अंधविश्वास भी पूरी तरह से गलत है।
14. मंत्र तंत्र से सांप का जहर दूर किया जा सकता है। यह भी असत्य है। सांप के जहर का इलाज केवल चिकित्सकीय उपायों से ही किया जा सकता है।
15. तांबाडा मांडवल सांप के दो मुंह होते हैं। यह भी गलत है। सांपों के केवल एक मुंह होता है।
16. सांप गंध से आकर्षित होते हैं। सांप गंध के प्रति संवेदनशील होते हैं, लेकिन वे गंध से आकर्षित नहीं होते।
17. सांप और नेवले की लड़ाई के दौरान अगर सांप काट भी ले तो भी नेवले को जहर नहीं मिलता। नेवले सांप के जहर के प्रति प्रतिरोधक होते हैं, लेकिन यह पूर्ण रूप से नहीं होता।
18. यदि सांप घायल हो जाए तो वह चींटियों के कारण मर जाएगा। यह अंधविश्वास भी असत्य है। चींटियाँ सांप को नहीं मार सकतीं।
19. साँप इच्छानुसार कोई भी रूप धारण कर सकता है। यह केवल कथा-कहानियों में होता है। वास्तविकता में ऐसा संभव नहीं है।
20. काटे हुए व्यक्ति को नीम की पत्तियां खिलाने से जहर उतर जाता है। यह गलत है। सांप के जहर का इलाज चिकित्सकीय मदद से ही संभव है।
21. सांप के विषैले दांत निकालने से कोई खतरा नहीं होता। यह भी असत्य है। सांप के विषैले दांत निकालने के बाद भी वह खतरनाक हो सकता है।
22. यदि कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति को सांप काट ले तो कुष्ठ रोग ठीक हो जाता है। सांप का काटना कुष्ठ रोग का इलाज नहीं है।
23. हाल ही में मरे हुए सांप पर मिट्टी का तेल डालने से वह फिर से जीवित हो जाता है। यह पूरी तरह से गलत है। मरा हुआ सांप जीवित नहीं हो सकता।
24. धारीदार सांप के काटने पर शरीर पर निशान पड़ जाते हैं। सांप के काटने से निशान पड़ सकते हैं, लेकिन यह हर बार सही नहीं होता।
यह स्पष्ट है कि सांपों के बारे में कई अंधविश्वास हमारे समाज में प्रचलित हैं, लेकिन इनमें से कोई भी वैज्ञानिक सत्य नहीं है। हमें इन मिथकों को मानने की बजाय वैज्ञानिक तथ्यों पर विश्वास करना चाहिए और सांपों से संबंधित जानकारी को सही दृष्टिकोण से समझना चाहिए।