घर के अंदर का प्रदुषण मिटानेवाले वनस्पति

वनस्पतिविज्ञान

घर के अंदर का प्रदुषण मिटानेवाले वनस्पति

घर के अंदर का प्रदूषण कम करने का सबसे अच्छा उपाय है कि घर की हवा को गतिशील रखा जाए। यदि यह संभव नहीं है, तो प्रदूषण को कम करने के लिए वनस्पति का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए कम प्रकाश में बढ़ने वाले वनस्पति का उपयोग किया जा सकता है।

घर के अंदर प्रदूषक

घर के अंदर प्रदूषकों के स्रोत विभिन्न कीटनाशक, रसोई में इस्तेमाल होने वाले लकड़ी, कोयला, केरोसिन आदि ईंधन का धुआं, फिनाइल, तारकोल की गोलियां, लकड़ी, वार्निश, सीमेंट, रंग आदि हैं, जिनसे एलर्जी, सिरदर्द, त्वचा विकार, श्वसन विकार, मस्तिष्क से जुड़े रोग आदि हो सकते हैं। मंदिर के बंद गाभारे और प्रार्थना स्थलों में जलने वाली धूप, अगरबत्ती और तीव्र गंध वाली इत्र भी प्रदूषक बनते हैं। बंद घर में जलने वाली मच्छर निरोधी अगरबत्ती से निकलने वाला धुआं मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक होता है। यह अगरबत्ती लगभग आठ घंटे जलती रहती है। एक अगरबत्ती के धुएं से निकलने वाला प्रदूषण लगभग 75 से 137 सिगरेट के धुएं के बराबर होता है, जिससे श्वसन रोग उत्पन्न होते हैं और मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर भी इसका प्रभाव हो सकता है।

घर का प्रदूषण कम करने के लिए वनस्पति का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए कम प्रकाश में बढ़ने वाले वनस्पति का उपयोग किया जा सकता है।इनकी देखभाल करना आसान होता है और उन्हें कम पानी की जरूरत होती है। इन पौधों पर आमतौर पर कीड़े नहीं लगते हैं। इनके पत्तों में प्रदूषक शोषक होते हैं और पौधों की जैविक क्रियाओं में उनका विघटन होता है। जिस मिट्टी में ये पौधे उगते हैं, उसमें और जड़ों के निकट के सूक्ष्मजीव प्रदूषकों के विघटन में मदद करते हैं।

घर के अंदर का प्रदुषण कम करनेवाले वनस्पति

लगभग 15 वर्षों के प्रयोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 50 प्रकार के पौधे प्रदूषण को कम करने के लिए उपयोगी हो सकते हैं। इनमें से अत्यंत प्रभावी पौधों के नाम निम्नलिखित हैं: बांबू पाम (Chamaedorea Seifritzii), चायनीज एवरग्रीन (Aglaonema Modestum), इंग्लिश आइवी (Hedera Helix), ड्रैकेना मार्जिनाटा (Dracaena Marginata), मासकेन (Dracaena Massangeana), Sanseviera Laurentii, पॉट मम (Chrysanthemum Morifolium), पीस लिली (Spathiphyllum), वार्नेक्की (Dracaena Warneckii)। ये सभी प्रकार के पौधे घर के वातावरण में बढ़ सकते हैं। यह भी देखा गया कि 20-25 सेंटीमीटर ऊंचाई के 2-3 पौधे, 15-20 सेंटीमीटर परिधि के गमलों में उगाकर वे 9 वर्ग मीटर क्षेत्र के कमरे के प्रदूषक शोषित कर वहां की हवा को शुद्ध कर सकते हैं।

मच्छरों को भगाने वाली अगरबत्ती के विषाक्त धुएं का पौधों पर क्या प्रभाव होता है, इस शोध में घर में उगने वाले कई प्रकार के पौधे अध्ययन किए गए, जिनमें अग्लोनेमा, क्लोरोफाइटम, मिंग अरेलिया, पोथोस ये पौधे अत्यंत प्रभावी रूप से प्रदूषक शोषित करते हुए पाए गए हैं। ये पौधे विषाक्त प्रदूषक शोषित करके भी स्वस्थ रहते हैं और प्रदूषकों का प्रभाव इन पौधों पर नहीं दिखता। GCMS (Gas Chromatography Mass Spectrometry) तकनीक से इन पौधों द्वारा शोषित प्रदूषक का परीक्षण किया गया, जिसमें पाया गया कि ये पौधे अगरबत्ती के धुएं से निकलने वाले अलेथ्रीन को शोषित करते हैं।

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