हसालारू

हसलारू : कर्नाटक राज्य की एक आदिम जनजाति

हसालारू कर्नाटक राज्य की एक आदिम जनजाति है। इनकी आबादी मुख्यतः चिकमंगलूर, शिमोगा, और कानडा (उत्तर और दक्षिण) जिलों के पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है। 2011 की जनगणना के अनुसार इनकी जनसंख्या 25,100 थी। ये मानते हैं कि इनका नाम ‘हसालारू’ या ‘हसाला’ ‘हासुल’ (मूल) शब्द से पड़ा है। वे खुद को ‘अग्नि होनप्पन […]

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हाजोंग: पूर्वोत्तर भारत की एक आदिम जनजाति

हाजोंग: पूर्वोत्तर भारत की एक आदिम जनजाति

हाजोंगकी मुख्य बस्तियाँ मेघालय के पूर्व और पश्चिम खासी हिल्स जिलों में स्थित हैं, जबकि कुछ हाजोंग गारो हिल्स जिला और असम के गोलपारा और नवगाँव जिलों में भी पाए जाते हैं। हाजोंग लोगों की शारीरिक विशेषताएँ छोटी कद-काठी, मध्यम आकार का सिर, चौड़े चेहरे और चपटा नाक हैं। हाजोंग दो प्रमुख समूहों में विभाजित […]

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होमो-ईरेक्टस

होमो-ईरेक्टस (Homo erectus)

होमो-ईरेक्टस: कई पालेन्टोलॉजिस्ट द्वारा मान्यता प्राप्त, लगभग 15 लाख से 3 लाख साल पहले तक की अवधि में विकसित मानव जाति की एक प्रजाति। होमो-ईरेक्टस की शारीरिक संरचना आज के मानव जैसी ही थी; लेकिन इसका मस्तिष्क थोड़ा छोटा था और दांत कुछ बड़े थे। इसकी ऊंचाई लगभग 150 सेंटीमीटर थी और अंगस्थिति सीधी (टट्टार) […]

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गरासिया

गरासिया

गरासिया: गुजरात में भील जाति के उप-समूह के रूप में और राजस्थान में एक स्वतंत्र जाति समूह के रूप में जाने जाते हैं। वे स्वयं को मूलतः चित्तौड़ के पतन के बाद जंगल में भागे हुए और भीलों के साथ बसे हुए लेकिन मूल राजपूत वंश के मानते हैं। उनके नेताओं ने राजा से खेती […]

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